- JDU Master Trainer’s Meeting
- By -    JDU Media Cell
- 01/28/2020
सरकार के काम पर रखें नजर और दें फीडबैक
मंगलवार, 28 जनवरी 2020 को 1, अणे मार्ग, पटना में मुख्यमंत्री व जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री नीतीश कुमार की उपस्थिति मेंपार्टी के मास्टर ट्रेनरों - क्षेत्रीय प्रभारी, जिला प्रभारी, जिलाध्यक्ष, विधानसभा प्रभारी एवंप्रखंड अध्यक्ष- की बैठक हुई जिसकी अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष व राज्यसभा सदस्य श्री बशिष्ठ नारायण सिंह ने की। पार्टी की इस महत्वपूर्ण बैठक में राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) व राज्यसभा में दल के नेता श्री आरसीपी सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व लोकसभा में दल के नेता श्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व ऊर्जा मंत्री श्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव, विधानपार्षद व बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष प्रो. रामवचन राय एवं प्रशिक्षण प्रकोष्ठ के अध्यक्ष श्री सुनील कुमार समेत सभी सांसद, मंत्री और विधानमंडल दल के सदस्य मौजूद रहे।
बिहार विधानसभा के चुनावी वर्ष में हुई इस पहली बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने पार्टी नेताओं को सरकार के कामकाज पर नजर रखने को कहा और उसका फीडबैक मांगा। साथ ही कहीं कोई समस्या है तो उसकी भी जानकारी मांगी। उन्होंने यह भी ताकीद किया कि जानकारी लिखित रूप में लाएं। उन्होंने कहा कि समाज में भ्रम का जो वातावरण बनाया जा रहा है, वह दुखद है। इसे दूर किया जाना चाहिए।अपने संबोधन के दौरान उन्होंने सीएए, एनआरसी, एनपीआर, जातीय जनगणना समेत मौजूदा मुद्दों की चर्चा करते हुए इन पर पार्टी लाइन की जानकारी दी।
प्रदेश अध्यक्ष श्री बशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि यह चुनाव का वर्ष है और चुनौती महत्वपूर्ण होती है। इससे व्यक्ति और संगठन दोनों ही में निखार आता है। जो वर्तमान को संवारता है, वही भविष्य का निर्माता होता है। राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) व राज्यसभा में दल के नेता श्री आरसीपी सिंह ने कहा कि पहले लोग कहते थे कि हमारे पास नेता हैं लेकिन संगठन नहीं, लेकिन आज हमारा संगठन बूथ स्तर तक है। उन्होंने प्रशिक्षण कार्यक्रम की भी जानकारी दी। ऊर्जा मंत्री श्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव ने पार्टी के ‘कैडर’ आधारित दल बनने के प्रयासों की तारीफ की। साथ ही कहाकि ‘कैडर’ और‘मास’के बीच संतुलन रखकर ही सत्ता बरकरार रह सकती है। लोकसभा में दल के नेता श्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा कि श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार का चतुर्दिक विकास संभव हुआ है। हमें उनके द्वारा किए कार्यों को आमजन के बीच ले जाना होगा।
बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में एनआरसी का सवाल ही नहीं है। जहां तक राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) का सवाल है, हमलोगों की राय है कि वह पुराने प्रावधानों पर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि एनपीआर 2011 से चल रहा है, 2015 में भी हुआ और अब 2020 में हो रहा है।यह नई बात नहीं है, पर एनपीआर में जो नए कॉलम जोड़े गए हैं उसकी आवश्यकता नहीं है। इसमें 4-5 बिन्दु हैं जिस पर ध्यान दिए जाने की जरूरत है। जैसे माता का जन्म किस दिन हुआ है, यह जरूरी नहीं कि सबको ऐसी बातें पता हो, खासकर गरीब-गुरबों को। हमसे भी अगर पूछिएगा तो मां की जन्मतिथि पता नहीं है।यह केवल बिहार ही नहीं पूरे देश की बात है। हमलोगों की पार्टी की जो राय है, दोनों संसदीय दल के नेता उन बातों को आगे रखेंगे।
सीएए से जुड़े सवाल पर श्री नीतीश कुमार ने कहा कि सीएए स्टेट का विषय नहीं है और न ही यह राज्य के अधिकारक्षेत्र में है। सीएए के संबंध में सुप्रीम कोर्ट में मामला है, वहां यह निर्णय हो जाएगा कि यह संवैधानिक है या नहीं। सबसे आग्रह है कि इन सब चीजों से समाज में अलग तरह का वातावरण पैदा न करें। देश में एकता, आपसी सम्मान एवं सद्भाव का भाव रहना चाहिए।
श्री नीतीश कुमार ने कहा कि आज की बैठक में जो बात हुई उसमें महत्वपूर्ण है कि जनगणना जातीय आधार पर होनी चाहिए। बिहार विधानमंडल से एकमत से यह संकल्प भी पारित कर केन्द्र सरकार को भेजा गया था। जदयू की भी यही राय है। 1931 से यह नहीं हुआ है। जातिगत जनगणना होने से बहुत सी बातें सामने आएंगी। सभी वर्ग के बारे में जानकारी मिलेगी और हाशिए के लोगों को मुख्यधारा में लाने की योजना बनाने में सहूलियत होगी।
शरजील इमाम से संबंधित सवाल पर श्री नीतीश कुमार ने कहा कि दिल्ली पुलिस अपना काम कर रही है। बिहार पुलिस इसमें सहयोग कर रही है। उसने जो कुछ भी गलत बातें कही हैं, उस पर कानूनी कार्रवाई हो रही है। जो गलत काम करेगा, उस पर कार्रवाई होगी। देश के संविधान और देशहित से बाहर नहीं जाना चाहिए। हर नागरिक का कर्तव्य है कि देश के कानून को माने। आगे उन्होंने कहा कि इस धरती पर किसी में दम नहीं कि भारत को टुकड़ों में कर सके, यह संभव नहीं है।
श्री प्रशांत किशोर एवं श्री पवन वर्मा को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि हमने तो सम्मान दिया, अब जिसे जहां जाना है जाए।सब लोग अपनी-अपनी राय रखते हैं। किसी ने चिट्ठी लिखी, उस पर जवाब दे दिया गया है। कोई ट्वीट करता है उससे हमें क्या मतलब। हमलोगों की पार्टी अलग तरह की पार्टी है। श्री अमित शाह जी के कहने पर हमने श्री प्रशांत किशोर को पार्टी ज्वाइन कराया था। स्ट्रैटजिस्ट के रूप में वे कई लोगों का काम करते हैं। खबरों में है कि वे आम आदमी पार्टी का काम कर रहे हैं। वे पार्टी में रहेंगे या नहीं ये उन्हीं से पूछ लीजिए। अगर पार्टी में रहना है तो पार्टी के बुनियादी ढांचे को अंगीकार करना होगा और पार्टी को समझना होगा।
अंत में पत्रकारों से निवेदन करते हुए मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने कहा कि अपनी व्यस्तता में से कुछ समय जल-जीवन-हरियाली अभियान के लिए दें। इसकी अच्छी चीजों की जानकारी लोगों से लें। क्षेत्रों में जाकर इसके बारे में जो जानकारी आपको मिलेगी उससे मुझे भी अच्छे सुझाव प्राप्त होंगे।