बिजली
बिजली के क्षेत्र में तो बिहार का लोहा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी तक मान चुके हैं।
2005 मंट जिस बिहार में प्रति व्यक्ति बिजली की खपत 70 किलोवाट थी, 2015
में वही बढ़कर 203 किलोवाट हो गई और आज हम 300 किलोवाट के करीब हैं। वहीं,
बिजली की उपलब्धता की बात करें तो 2005 में जो आंकड़ा 1000 मेगावाट का था,
वो 2015 में 4400 मेगावाट तक पहुँच गया और आज वही आंकड़ा 5000 मेगावाट को
छू रहा है। अब राज्य में सातों दिन 24 घंटे बिजली आपूर्ति के कंसेप्ट पर काम हो रहा है।